स्तोत्र 115:12-18 HCV

स्तोत्र 115:12-18

याहवेह को हमारा स्मरण रहता है, हम पर उनकी कृपादृष्टि रहेगी:

याहवेह अपने लोग इस्राएल को आशीर्वाद देंगे,

उनकी कृपादृष्टि अहरोन के वंश पर रहेगी.

उनकी कृपादृष्टि उन सभी पर रहेगी, जिनमें याहवेह के प्रति श्रद्धा है—

चाहे वे साधारण हों अथवा विशिष्ट.

याहवेह तुम्हें ऊंचा करें,

तुम्हें और तुम्हारी संतान को.

याहवेह की कृपादृष्टि तुम पर स्थिर रहे,

जो स्वर्ग और पृथ्वी के रचनेवाले हैं.

सर्वोच्च स्वर्ग के स्वामी याहवेह हैं,

किंतु पृथ्वी उन्होंने मनुष्य को सौंपी है.

वे मृतक नहीं हैं, जो याहवेह का स्तवन करते हैं,

न ही जो चिर-निद्रा में समा जाते हैं;

किंतु जहां तक हमारा प्रश्न है, हम याहवेह का गुणगान करते रहेंगे,

इस समय तथा सदा-सर्वदा.

याहवेह का स्तवन हो.

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