सूक्ति संग्रह 7:1-5
व्यभिचारिणी से संबंधित चेतावनी
मेरे पुत्र, मेरे वचनों का पालन करते रहो
और मेरे आदेशों को अपने हृदय में संचित करके रखना.
मेरे आदेशों का पालन करना और जीवित रहना;
मेरी शिक्षाएं वैसे ही सुरक्षित रखना, जैसे अपने नेत्र की पुतली को रखते हो.
इन्हें अपनी उंगलियों में पहन लेना;
इन्हें अपने हृदय-पटल पर उकेर लेना.
ज्ञान से कहो, “तुम मेरी बहन हो,”
समझ को “अपना रिश्तेदार घोषित करो,”
कि ये तुम्हें व्यभिचारिणी स्त्री से सुरक्षित रखें,
तुम्हें पर-स्त्री की लुभानेवाली बातों में फंसने से रोक सकें.