उत्पत्ति 4:17-26, उत्पत्ति 5:1-32, उत्पत्ति 6:1-22 HCV

उत्पत्ति 4:17-26

कयीन की पत्नी ने हनोख को जन्म दिया. कयीन ने एक नगर बसाया और उस नगर को अपने पुत्र के नाम पर हनोख रखा. हनोख से इराद का जन्म हुआ, इराद से महूजाएल का तथा महूजाएल से मेथूशाएल का, मेथूशाएल से लामेख का जन्म हुआ.

लामेख की दो पत्नियां थीं, एक का नाम अदाह तथा दूसरी का नाम ज़िल्लाह था. अदाह ने जाबाल को जन्म दिया; वह जानवरों के पालने वालों और तंबुओं में रहनेवालों का नायक बना. उसके भाई का नाम यूबाल था; वह वीणा और बांसुरी बजाने वालों का नायक बना. ज़िल्लाह ने तूबल-कयीन को जन्म दिया, जो कांसे एवं लोहे के सामान बनाता था. तूबल-कयीन की बहन का नाम नामाह था.

लामेख ने अपनी पत्नियों से कहा,

“अदाह और ज़िल्लाह सुनो;

तुम मेरी पत्नियां हो, मेरी बात ध्यान से सुनो,

मैंने एक व्यक्ति को मारा है,

क्योंकि उसने मुझ पर आक्रमण किया था.

जब कयीन के लिए सात गुणा बदला लिया गया था,

तब तो लामेख के लिए सत्तर बार सात गुणा होगा.”

हव्वा ने एक और पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम शेत4:25 शेत अर्थात्: दान यह कहकर रखा, “कयीन द्वारा हाबिल की हत्या के बाद परमेश्वर ने हाबिल के बदले मेरे लिए एक और संतान दिया है.” शेत के भी एक पुत्र पैदा हुआ, जिसका उसने एनोश नाम रखा.

उस समय से लोगों ने याहवेह से प्रार्थना करना शुरू किया.

Read More of उत्पत्ति 4

उत्पत्ति 5:1-32

आदम के वंशज

यह आदम के वंशजों का प्रलेख है:

जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की, तो उन्होंने मनुष्य को अपने ही रूप में बनाया. परमेश्वर ने मनुष्य को नर तथा नारी कहकर उन्हें आशीष दी और परमेश्वर ने उनका नाम आदम5:2 आदम अदमा हिब्री भाषा में मिट्टी है रखा.

जब आदम 130 वर्ष के हुए, तब एक पुत्र पैदा हुआ, जिनका रूप स्वयं उन्हीं के समान था; उनका शेत नाम रखा गया. शेत के जन्म के बाद आदम 800 वर्ष के हुए, उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. इस प्रकार आदम कुल 930 साल जीवित रहे, फिर उनकी मृत्यु हो गई.

जब शेत 105 वर्ष के थे, तब एनोश का जन्म हुआ. एनोश के बाद उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए तथा शेत 807 वर्ष और जीवित रहे. जब शेत कुल 912 साल जीवित रहे, तब उनकी मृत्यु हो गई.

जब एनोश 90 वर्ष के हुए, तब केनान का जन्म हुआ. केनान के जन्म के बाद एनोश 815 वर्ष और जीवित रहे तथा उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. जब एनोश कुल 905 साल जीवित रहे, तब उनकी मृत्यु हो गई.

जब केनान 70 वर्ष के हुए, तब माहालालेल का जन्म हुआ. माहालालेल के जन्म के बाद, केनान 840 वर्ष और जीवित रहे तथा उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. इस प्रकार केनान कुल 910 वर्ष के हुए, और उनकी मृत्यु हो गई.

जब माहालालेल 65 वर्ष के हुए, तब यारेद का जन्म हुआ. यारेद के जन्म के बाद, माहालालेल 830 वर्ष और जीवित रहे तथा उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. जब माहालालेल 895 वर्ष के थे, तब उनकी मृत्यु हो गई.

जब यारेद 162 वर्ष के हुए, तब हनोख का जन्म हुआ. हनोख के जन्म के बाद, यारेद 800 वर्ष और जीवित रहे तथा उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुईं. जब यारेद कुल 962 साल जीवित रहे, तब उनकी मृत्यु हो गई.

जब हनोख 65 वर्ष के हुए, तब मेथुसेलाह का जन्म हुआ. मेथुसेलाह के जन्म के बाद हनोख 300 वर्ष तक परमेश्वर के साथ साथ चलते रहे. उसके अन्य पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. हनोख कुल 265 साल जीवित रहे. हनोख परमेश्वर के साथ साथ चलते रहे. और वे नहीं रहे, क्योंकि परमेश्वर ने उन्हें अपने पास उठा लिया.

जब मेथुसेलाह 187 वर्ष के हुए, तब लामेख का जन्म हुआ. लामेख के जन्म के बाद, मेथुसेलाह 782 वर्ष और जीवित रहे तथा उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. जब मेथुसेलाह कुल 969 साल जीवित रहे, तब उनकी मृत्यु हो गई.

जब लामेख 182 वर्ष के हुए, तब एक पुत्र का जन्म हुआ, जिनका नाम उन्होंने नोहा5:29 नोहा हिब्री भाषा में सांत्वना के शब्द के समान उच्चार हैं यह कहकर रखा, “यह बालक हमें हमारे कामों से तथा मेहनत से, और इस शापित भूमि से शांति देगा.” नोहा के जन्म के बाद लामेख 595 वर्ष और जीवित रहे, तथा उनके और पुत्र-पुत्रियां पैदा हुए. जब लामेख कुल 777 साल जीवित रहे, तब उनकी मृत्यु हुई.

नोहा के 500 वर्ष की आयु में शेम, हाम तथा याफेत का जन्म हुआ.

Read More of उत्पत्ति 5

उत्पत्ति 6:1-22

मानव का उत्तरोत्तर पतन

फिर जब पृथ्वी पर मनुष्यों की संख्या बढ़ने लगी और उनके पुत्रियां पैदा हुई, तब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्यों के पुत्रियों को देखा कि वे सुंदर हैं. और उन्होंने उन्हें अपनी इच्छा अनुसार अपनी-अपनी पत्नियां बना लिया. यह देखकर याहवेह ने निर्णय लिया, “मेरा आत्मा मनुष्य से हमेशा बहस करता न रहेगा क्योंकि मनुष्य केवल मांस मात्र है, वह 120 वर्ष ही जीवित रहेगा.”

उन दिनों में पृथ्वी पर दानव रहते थे. जब परमेश्वर के पुत्रों और मनुष्यों की पुत्रियों के संतान हुए वे बहुत बलवान और शूरवीर थे.

जब याहवेह ने मनुष्यों को देखा कि वे हमेशा बुराई ही करते हैं, कि उन्होंने जो कुछ भी सोचा था या कल्पना की थी वह लगातार और पूरी तरह से बुराई थी. तब याहवेह पृथ्वी पर आदम को बनाकर पछताए और मन में अति दुखित हुए. और याहवेह ने सोचा, “मैं पृथ्वी पर से मनुष्य को मिटा दूंगा—हर एक मनुष्य, पशु, रेंगते जंतु तथा आकाश के पक्षी, जिनको बनाकर मैं पछताता हूं.” लेकिन नोहा पर याहवेह का अनुग्रह था.

नोहा और जलप्रलय

नोहा और उनके परिवार का अभिलेख इस प्रकार है:

नोहा एक धर्मी और निर्दोष व्यक्ति थे. वे परमेश्वर के साथ साथ चलते थे. उनके तीन पुत्र थे शेम, हाम तथा याफेत.

परमेश्वर ने देखा कि पृथ्वी पर बहुत बुराई और उपद्रव बढ़ गया है. परमेश्वर ने पृथ्वी को देखा कि वह भ्रष्‍ट हो गई है; क्योंकि समस्त मानवों ने पृथ्वी पर अपना आचरण भ्रष्‍ट कर लिया था. इसलिये परमेश्वर ने नोहा से कहा, “मैं पूरी पृथ्वी के लोग और जो कुछ भी उसमें है सबको नाश कर दूंगा, क्योंकि उनके कारण पृथ्वी उपद्रव से भर गई है. इसलिये नोहा से याहवेह ने कहा कि तुम अपने लिए गोपेर पेड़ की लकड़ी का एक बड़ा जहाज़ बनाना; जहाज़ में कई अलग-अलग भाग बनाना, और भीतर बाहर उस पर राल लगाना. जहाज़ की लंबाई एक सौ पैंतीस मीटर, चौड़ाई तेईस मीटर तथा ऊंचाई चौदह मीटर रखना. इसके लिए एक छत बनाना. जहाज़ में एक खिड़की बनाना, जो ऊपर की ओर छत से आधा मीटर नीचे होगी, जहाज़ के एक तरफ दरवाजा रखना. जहाज़ में पहली, दूसरी तथा तीसरी मंजिलें बनाना. क्योंकि मैं पृथ्वी को जलप्रलय से नाश कर दूंगा और कोई न बचेगा; सबको जिनमें जीवन की आत्मा है, आकाश के नीचे से मैं नाश करनेवाला हूं. लेकिन मैं तुम्हारे साथ अपनी वाचा बांधूंगा—जहाज़ में तुम, तुम्हारे पुत्र, तुम्हारी पत्नी तथा तुम्हारी बहुओं सहित प्रवेश करना. और प्रत्येक जीवित प्राणी के दो-दो अर्थात् नर एवं मादा को जहाज़ में ले जाना, ताकि वे तुम्हारे साथ जीवित रह सकें. पक्षी भी अपनी-अपनी जाति के, पशु अपनी-अपनी जाति के, भूमि पर रेंगनेवाले जंतु अपनी-अपनी जाति के सभी जातियों के जोड़े जहाज़ में रखना, ताकि वे जीवित रह सकें. और खाने के लिए सब प्रकार का भोजन रखना, जो सबके लिए होगा.”

नोहा ने वैसा ही किया, जैसा परमेश्वर ने उनसे कहा.

Read More of उत्पत्ति 6