กันดารวิถี 17 – TNCV & HCV

Thai New Contemporary Bible

กันดารวิถี 17:1-13

ไม้เท้าของอาโรนแตกหน่อ

1องค์พระผู้เป็นเจ้าตรัสกับโมเสสว่า 2“จงสั่งชนอิสราเอล และให้หัวหน้าเผ่าทั้งสิบสองเผ่าเอาไม้เท้าสลักชื่อของตนมาให้เจ้า 3ไม้เท้าประจำเผ่าเลวีจะสลักชื่ออาโรน เพราะต้องมีไม้เท้าหนึ่งอันสำหรับหัวหน้าเผ่าแต่ละคน 4จงวางไม้เท้าเหล่านี้หน้าหีบพันธสัญญาในเต็นท์นัดพบที่ซึ่งเรามาพบเจ้า 5ไม้เท้าของผู้ที่เราเลือกสรรจะแตกหน่อ เราจะได้ไม่ต้องทนฟังเสียงชนอิสราเอลพร่ำบ่นเจ้าตลอดเวลาอีก”

6ดังนั้นโมเสสจึงแจ้งชนอิสราเอล แล้วหัวหน้าเผ่าต่างๆ รวมทั้งอาโรนก็นำไม้เท้ามามอบให้โมเสส รวมทั้งหมดสิบสองอัน 7โมเสสวางไม้เท้าเหล่านี้ต่อหน้าองค์พระผู้เป็นเจ้าในเต็นท์แห่งพันธสัญญา

8วันรุ่งขึ้นเมื่อโมเสสเข้าไปในเต็นท์แห่งพันธสัญญา ก็พบว่าไม้เท้าของอาโรนตัวแทนเผ่าเลวีไม่เพียงแตกหน่อเท่านั้น แต่ยังผลิดอกออกผลอัลมอนด์ด้วย 9โมเสสจึงนำไม้เท้าจากเบื้องหน้าองค์พระผู้เป็นเจ้ามายังปวงชนอิสราเอล พวกเขาพากันมองดู และแต่ละคนรับไม้เท้าของตนคืนไป

10องค์พระผู้เป็นเจ้าตรัสสั่งโมเสสว่า “จงนำไม้เท้าของอาโรนกลับไปวางหน้าหีบพันธสัญญา ให้เก็บรักษาไว้เป็นสิ่งเตือนใจพวกที่ชอบกบฏ ให้เลิกบ่นว่าเราเพื่อพวกเขาจะไม่ต้องตาย” 11โมเสสก็ปฏิบัติตามที่องค์พระผู้เป็นเจ้าทรงบัญชาทุกประการ

12ชนอิสราเอลกล่าวกับโมเสสว่า “เราตายแน่! เราพินาศแน่! เราย่อยยับกันหมดแน่! 13ใครเฉียดใกล้พลับพลาขององค์พระผู้เป็นเจ้าก็จะตาย เราจะต้องตายกันหมดหรืออย่างไร?”

Hindi Contemporary Version

गणना 17:1-13

अहरोन की अंकुरित लाठी

1फिर याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, 2“इस्राएल के घराने को आज्ञा दो कि हर एक पूर्वजों के घराने से वे एक-एक लाठी लेकर आएं; उनके पिता के सारे घर-परिवारों से एक-एक प्रधान. हर एक लाठी पर तुम उस नायक का नाम लिख देना. 3लेवी वंश की ओर से जो लाठी आएगी उस पर अहरोन का नाम लिख देना; क्योंकि हर एक गोत्र के प्रधान के नाम से एक-एक लाठी ठहराई गई है. 4फिर तुम ये लाठियां मिलनवाले तंबू के साक्षी पत्र के संदूक के सामने खड़ी कर देना, जहां मैं तुमसे भेंट करूंगा. 5तब होगा यह कि उस व्यक्ति की लाठी, जो मेरा चुना हुआ होगा, अंकुरित होने लगेगी. इस कार्य के द्वारा मैं इस्राएलियों द्वारा मुझ पर की जा रही बड़बड़ाहट को कम कर सकूंगा, क्योंकि इस्राएली इस समय बड़बड़ा रहे हैं.”

6फिर मोशेह ने इस्राएल के घराने से तथा उसके सारे प्रधानों से यह कहकर उनमें से हर एक से एक-एक लाठी इकट्ठी कर ली. ये हर एक प्रधान की उसके गोत्र के अनुसार इकट्ठी की गई बारह लाठियां थी, अहरोन की लाठी भी इनमें से एक थी. 7मोशेह ने ये लाठियां साक्षी के तंबू में याहवेह के सामने खड़ी कर दीं.

8अगले दिन मोशेह साक्षी के तंबू में गए. वहां उन्होंने ध्यान दिया कि लेवी के गोत्र में से अहरोन की लाठी अंकुरित हो चुकी थी तथा उसमें कलियां आ गईं तथा फूल खिल रहे थे, और उसमें पके बादाम भी आ गए थे. 9मोशेह याहवेह की उपस्थिति में से वे सारी लाठियां उठाकर इस्राएल के घराने के सामने ले आए. उन सभी ने यह देखा और हर एक ने अपनी-अपनी लाठी उठाकर रख ली.

10किंतु याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, “अहरोन की लाठी को साक्षी के संदूक के सामने रख दो कि यह उन विद्रोहियों के लिए एक चिन्ह होकर रह जाए, कि तुम उनके द्वारा मेरे विरोध में की जा रही बड़बड़ाहट ही समाप्‍त कर दो और वे अकाल मृत्यु के कौर न हो जाएं.” 11मोशेह ने याहवेह की आज्ञा के एक-एक वचन का पालन किया.

12इसके बाद इस्राएल के घराने ने मोशेह से कहा, “सुनिए, हम तो नाश हुए जा रहे हैं, हमारी मृत्यु हो रही है, हम सभी की मृत्यु! 13हर एक व्यक्ति, जो साक्षी तंबू के निकट आएगा, उसके लिए मृत्यु दंड अवश्य आनी है. क्या हमारा विनाश निश्चित ही है?”