اعداد 1 – PCB & HCV

Persian Contemporary Bible

اعداد 1:1-54

نخستين سرشماری قوم اسرائيل

1در روز اولِ ماه دوم از سال دوم، بعد از بيرون آمدن قوم اسرائيل از مصر، زمانی كه قوم در بيابان سينا اردو زده بود، خداوند در خيمهٔ عبادت به موسی فرمود: 2‏-15«تو و هارون به كمک رهبران هر قبيله، قوم اسرائيل را برحسب قبيله و خاندان سرشماری كنيد و تمام مردان بيست ساله و بالاتر را كه قادر به جنگيدن هستند بشماريد.» رهبرانی كه از هر قبيله برای اين كار تعيين شدند عبارت بودند از:

اليصور (پسر شدی‌ئور)، از قبيلهٔ رئوبين؛

شلومی‌ئيل (پسر صوريشدای)، از قبيلهٔ شمعون؛

نحشون (پسر عميناداب)، از قبيلهٔ يهودا؛

نتنائيل (پسر صوغر)، از قبيلهٔ يساكار؛

الی‌آب (پسر حيلون)، از قبيله زبولون؛

اليشمع (پسر عميهود)، از قبيلهٔ افرايم، پسر يوسف؛

جملی‌ئيل (پسر فدهصور)، از قبيلهٔ منسی، پسر يوسف؛

ابيدان (پسر جدعونی)، از قبيلهٔ بنيامين؛

اخيعزر (پسر عميشدای)، از قبيلهٔ دان؛

فجعی‌ئيل (پسر عكران)، از قبيلهٔ اشير؛

الياساف (پسر دعوئيل)، از قبيلهٔ جاد؛

اخيرع (پسر عينان)، از قبيلهٔ نفتالی.

16اينها رهبرانی بودند كه از ميان قوم اسرائيل برای اين كار انتخاب شدند.

17‏-19در همان روز موسی و هارون همراه رهبران قبايل، تمام مردان بيست ساله و بالاتر را برای اسم‌نويسی احضار نمودند و همانطور كه خداوند به موسی امر فرموده بود هر مرد برحسب خاندان و خانواده‌اش اسم‌نويسی شد. 20‏-46نتيجهٔ نهايی سرشماری از اين قرار است:

از قبيلهٔ رئوبين (پسر ارشد يعقوب)، ۴۶,۵۰۰ نفر،

از قبيلهٔ شمعون، ۵۹,۳۰۰ نفر،

از قبيلهٔ جاد، ۴۵,۶۵۰ نفر،

از قبيلهٔ يهودا، ۷۴,۶۰۰ نفر،

از قبيلهٔ يساكار، ۵۴,۴۰۰ نفر،

از قبيلهٔ زبولون، ۵۷,۴۰۰ نفر،

از قبيلهٔ افرايم (پسر يوسف)، ۴۰,۵۰۰ نفر،

از قبيلهٔ منسی (پسر يوسف)، ۳۲,۲۰۰ نفر،

از قبيلهٔ بنيامين، ۳۵,۴۰۰ نفر،

از قبيلهٔ دان، ۶۲,۷۰۰ نفر،

از قبيلهٔ اشير، ۴۱,۵۰۰ نفر،

از قبيلهٔ نفتالی، ۵۳,۴۰۰ نفر،

جمع كل، ۶۰۳,۵۵۰ نفر.

47‏-49اين سرشماری شامل مردان لاوی نمی‌شد، چون خداوند به موسی فرموده بود: «تمام قبيلهٔ لاوی را از خدمت نظام معاف كن و ايشان را در اين سرشماری منظور نكن؛ 50زيرا وظيفهٔ لاویان انجام امور خيمهٔ عبادت، و جابه‌جايی آن است. ايشان بايد در جوار خيمهٔ عبادت زندگی كنند. 51هنگام جابه‌جايی خيمهٔ عبادت لاویان بايد آن را جمع كنند و دوباره آن را بر پا سازند. هر كس ديگری به آن دست بزند كشته خواهد شد. 52هر يک از قبايل اسرائيل بايد دارای اردوگاه جداگانه‌ای بوده، عَلَم خاص خود را داشته باشند. 53لاویان بايد گرداگرد خيمهٔ عبادت خيمه زنند تا مبادا كسی به خيمهٔ عبادت نزديک شده، مرا خشمگين سازد و من قوم اسرائيل را مجازات كنم.»

54پس قوم اسرائيل آنچه را كه خداوند به موسی امر فرموده بود، انجام دادند.

Hindi Contemporary Version

गणना 1:1-54

इस्राएली-योद्धाओं की गिनती

1इस्राएल के घराने के मिस्र देश से निकल जाने के बाद दूसरे वर्ष के दूसरे महीने की पहली तारीख पर सीनायी के निर्जन प्रदेश में मिलनवाले तंबू में याहवेह ने मोशेह को यह आज्ञा दी: 2“इस्राएल के घराने की सारी सभा की, उनके परिवारों की, उनके पितरों के अनुसार हर एक पुरुष की, व्यक्तिगत रूप से गिनती करना. 3यह आलेख उन सभी का होगा, जिनकी अवस्था बीस वर्ष तथा इससे अधिक की है, इस्राएल में जो भी युद्ध के लिए योग्य हैं, तुम तथा अहरोन उनके दल के अनुसार उनकी गिनती करोगे. 4इसके अलावा तुम्हारे साथ हर एक गोत्र का एक व्यक्ति पितरों का प्रधान रहेगा.

5“तुम्हारी सहायता के लिए ठहराए गए पुरुषों के नाम ये हैं:

“रियूबेन से शेदेउर का पुत्र एलिज़ुर;

6शिमओन से ज़ुरीशद्दाय का पुत्र शेलुमिएल;

7यूदाह से अम्मीनादाब का पुत्र नाहशोन;

8इस्साखार से ज़ुअर का पुत्र नेथानेल;

9ज़ेबुलून से हेलोन का पुत्र एलियाब;

10योसेफ़ के पुत्रों में से:

एफ्राईम में से अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा;

मनश्शेह में से पेदाहज़ुर का पुत्र गमालिएल;

11बिन्यामिन से गिदयोनी का पुत्र अबीदान;

12दान से अम्मीशद्दाय का पुत्र अहीएज़र;

13आशेर से ओखरन का पुत्र पागिएल;

14गाद से देउएल का पुत्र एलियासाफ़;

15नफताली से एनन का पुत्र अहीरा.”

16ये वे व्यक्ति थे, जिनका चुनाव सारी सभा में किया गया. ये पैतृक गोत्रों के प्रधान तथा इस्राएल के गोत्र के प्रमुख थे.

17फिर मोशेह तथा अहरोन ने इन चुने हुए व्यक्तियों को अपने साथ लिया, 18तथा उन्होंने सारी सभा को इकट्ठा कर लिया, यह दूसरे महीने की पहली तारीख थी. फिर सभी ने अपने पूर्वजों के नाम के अनुसार और अपने गोत्रों एवं परिवारों के अनुसार, जितने भी बीस वर्ष अथवा इससे अधिक आयु के थे, व्यक्तिगत रूप से अपना अपना पंजीकरण करवाया, 19ठीक जैसा याहवेह ने मोशेह को आदेश दिया था. इस प्रकार मोशेह द्वारा सीनायी निर्जन प्रदेश में यह जनगणना पूरी हुई.

20इस्राएल के प्रथमजात रियूबेन के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके पितरों के कुटुंब, एवं परिवारों के अनुसार. 21इस प्रकार रियूबेन के गोत्र के 46,500 पुरुष नामांकित कर लिए गए.

22शिमओन के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार; 23शिमओन के गोत्र से 59,300.

24गाद के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 25गाद के गोत्र से 45,650.

26यहूदाह के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 27यहूदाह के गोत्र से 74,600.

28इस्साखार के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 29इस्साखार के गोत्र से 54,400.

30ज़ेबुलून के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 31ज़ेबुलून के गोत्र से 57,400.

32योसेफ़-पुत्र:

एफ्राईम के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 33एफ्राईम के गोत्र से 40,500.

34योसेफ़-पुत्र मनश्शेह के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 35मनश्शेह के गोत्र से 32,200.

36बिन्यामिन के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 37बिन्यामिन के गोत्र से 35,400.

38दान के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 39दान के गोत्र से 62,700.

40आशेर के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 41आशेर के गोत्र से 41,500.

42नफताली के वंशज:

बीस अथवा इससे अधिक आयु के वे सारे पुरुष, जो युद्ध के लिए योग्य थे, उनके कुटुंब, उनके पितरों एवं परिवारों के अनुसार, 43नफताली के गोत्र से 53,400.

44ये सभी वे हैं, जो मोशेह तथा अहरोन और इस्राएल के बारह गोत्र के प्रधानों द्वारा जो अपने-अपने परिवारों का प्रतिनिधित्व करते हैं, इस गणना में गिने गए थे. 45फिर उनके पितरों के अनुसार बीस वर्ष तथा इससे अधिक अवस्था के युद्ध के लिए योग्य इस्राएल के सभी पुरुषों की गिनती की गई. 46गणित पुरुषों की संख्या कुल 6,03,550 हुई.

47किंतु लेवियों के गोत्र की गिनती उनके पितरों के अनुसार उनमें नहीं की गई. 48क्योंकि याहवेह मोशेह को यह संदेश दे चुके थे: 49“मात्र लेवी गोत्र की गिनती न की जाए, वे इस्राएल के घराने की गिनती में शामिल नहीं होंगे. 50किंतु तुम लेवियों को साक्षी के तंबू, इससे संबंधित सारी सज्जा तथा इसकी सारी सामग्री के लिए नियुक्त करोगे. वे ही साक्षी के तंबू तथा इससे संबंधित सारी वस्तुओं को उठाया करेंगे, वे ही इनके रख रखाव के अधिकारी होंगे. इसके अलावा वे साक्षी के तंबू के आस-पास पड़ाव डाला करेंगे. 51जब कभी साक्षी के तंबू को यात्रा के पहले गिराना आवश्यक हो, तब लेवी ही इसे गिराएंगे, तथा जब कभी पड़ाव डालना ज़रूरी हो जाए, तो लेवी ही इसे खड़ा करेंगे. इस अवसर पर यदि कोई सामान्य व्यक्ति निकट आ जाए, उसे मृत्युदण्ड दिया जाए. 52सारा इस्राएल अपने-अपने दल के अनुसार डेरा डालेगा, हर एक अपने-अपने ठहराए गए समूह में तथा अपने-अपने झंडे के निकट डेरा डाला करेगा. 53किंतु लेवी हमेशा ही साक्षी के तंबू के आस-पास ही पड़ाव डाला करेंगे कि इस्राएल के घराने पर मेरा क्रोध न भड़के. तब लेवी ही साक्षी के तंबू के अधिकारी होंगे.”

54इस्राएल के घराने ने यही किया, जैसा याहवेह द्वारा मोशेह को आज्ञा दी गई थी.