1 ዜና መዋዕል 15 – NASV & HCV

New Amharic Standard Version

1 ዜና መዋዕል 15:1-29

ታቦቱ ወደ ኢየሩሳሌም ተወሰደ

15፥25–16፥3 ተጓ ምብ – 2ሳሙ 6፥12-19

1ዳዊት በስሙ በተጠራችው ከተማ ለራሱ ቤቶችን ሠራ፤ ለእግዚአብሔር ታቦት ቦታ አዘጋጅቶ ድንኳን ተከለ። 2ከዚያም ዳዊት፣ “የእግዚአብሔርን ታቦት እንዲሸከሙና ለዘላለም በፊቱ እንዲያገለግሉ እግዚአብሔር ከመረጣቸው ከሌዋውያን በቀር፣ የእግዚአብሔርን ታቦት ማንም አይሸከም” ሲል አዘዘ።

3ዳዊት የእግዚአብሔርን ታቦት ወዳዘጋጀለት ስፍራ እንዲያመጡ እስራኤልን ሁሉ በኢየሩሳሌም ሰበሰበ።

4የአሮንን ዘሮችና ሌዋውያኑንም በአንድነት ሰበሰበ፤

5ከቀዓት ዘሮች፣

አለቃውን ኡርኤልንና አንድ መቶ ሃያ የሥጋ ዘመዶቹን፤

6ከሜራሪ ዘሮች፣

አለቃውን ዓሣያንና ሁለት መቶ ሃያ የሥጋ ዘመዶቹን፤

7ከጌድሶን ዘሮች፣

አለቃውን ኢዮኤልንና አንድ መቶ ሠላሳ የሥጋ ዘመዶቹን፤

8ከኤሊጻፋን ዘሮች፣

አለቃውን ሸማያንና ሁለት መቶ የሥጋ ዘመዶቹን፤

9ከኬብሮን ዘሮች፣

አለቃውን ኤሊኤልንና ሰማንያ የሥጋ ዘመዶቹን፤

10ከዑዝኤል ዘሮች፣

አለቃውን አሚናዳብንና አንድ መቶ ዐሥራ ሁለት የሥጋ ዘመዶቹን።

11ከዚያም ዳዊት ካህናቱን ሳዶቅንና አብያታርን፣ ሌዋውያኑን ኡርኤልን፣ ዓሣያን፣ ኢዩኤልን፣ ሸማያን፣ ኤሊኤልንና አሚናዳብን ጠርቶ፣ 12እንዲህ አላቸው፤ “እንግዲህ እናንተ የሌዋውያን ቤተ ሰብ አለቆች ስለ ሆናችሁ፣ እናንተና ወንድሞቻችሁ ሌዋውያን ራሳችሁን ቀድሱ፤ ከዚያም የእስራኤልን አምላክ የእግዚአብሔርን ታቦት ወዳዘጋጀሁለት ቦታ አምጡ። 13የአምላካችን የእግዚአብሔር ቍጣ በላያችን ላይ እንዲህ የነደደው እናንተ ሌዋውያኑ ቀድሞም ስላላመጣችሁት ነው፤ እኛም ብንሆን ምን ማድረግ እንዳለብን በታዘዘው መሠረት አልጠየቅነውም።” 14ስለዚህ ካህናቱና ሌዋውያኑ የእስራኤልን አምላክ የእግዚአብሔርን ታቦት ለማምጣት ራሳቸውን ቀደሱ። 15ሙሴ በእግዚአብሔር ቃል እንዳዘዘው፣ ሌዋውያኑ የእግዚአብሔርን ታቦት በትከሻቸው ላይ በመሎጊያዎች አድርገው ተሸከሙ።

16ዳዊትም በዜማ መሣሪያ፣ ማለትም በመሰንቆ፣ በበገናና በጸናጽል እየታጀቡ የደስታ ዜማዎችን የሚያዜሙ መዘምራንን ከወንድሞቻቸው መካከል እንዲሾሙ ለሌዋውያኑ መሪዎች ነገራቸው።

17ስለዚህ ሌዋውያኑ የኢዮኤልን ልጅ ኤማንን ሾሙ፤ ከወንድሞቹም የበራክያን ልጅ አሳፍን፣ ከወንድሞቻቸው ከሜራሪ ዘሮች የቂሳን ልጅ ኤታንን ሾሙ፤ 18ከእነርሱም ጋር ወንድሞቻቸው በደረጃ ተሾሙ፤ እነርሱም ዘካርያስ15፥18 ሦስት የዕብራይስጥ ቅጆችና በርካታ የሰብዓ ሊቃናት ትርጕሞች (እንዲሁም ቍ20 እና 1ዜና 16፥5 ይመ)፤ በርካታ የዕብራይስጥ ቅጆች የዘካርያስ ልጅ ወይም ዘካርያስ፣ ቤን ይላሉ።፣ ያዝኤል፣ ሰሚራሞት፣ ይሒኤል፣ ዑኒን፣ ኤልያብ፣ በናያስ፣ መዕሤያን፣ መቲትያ፣ ኤሊፍሌሁ፣ ሚቅኔያ፣ ደግሞም በር ጠባቂዎቹ ዖቤድኤዶምና ይዒኤል15፥18 ዕብራይስጡ ከዚህ ጋር ይስማማል፤ የሰብዓ ሊቃናት ትርጕም (እንዲሁም ቍ21) ግን ይዒኤልና ዓዛዝያ ይላል። ነበሩ።

19መዘምራኑ ኤማን፣ አሳፍና ኤታን በናስ ጸናጽል ድምፁን ከፍ አድርገው እንዲያሰሙ ተሾሙ፤ 20ዘካርያስ፣ ዓዝኤል፣ ሰሚራሞት፣ ይሒኤል፣ ዑኒ፣ ኤልያብ፣ መዕሤያና በናያስ ደግሞ በአላሞት15፥20 ምናልባት የዜማ ስም ነው። ቅኝት መሰንቆ ይገርፉ ነበር። 21እንዲሁም መቲትያ፣ ኤሊፍሌሁ፣ ሚቅኔያ፣ ዖቤድኤዶም፣ ይዒኤል፣ ዓዛዝያ፣ በሺሚኒት15፥21 ምናልባት የዜማ ስም ነው። ቅኝት በገና ይደረድሩ ነበር። 22የዝማሬው ኀላፊ ሌዋዊው አለቃ ክናንያ ነበረ፤ ይህን ኀላፊነት የወሰደው በዝማሬ የተካነ ስለ ነበር ነው።

23በራክያና ሕልቃና የታቦቱ በር ጠባቂዎች ነበሩ፤ 24ካህናቱ ሰበኒያ፣ ኢዮሣፍጥ፣ ናትናኤል፣ ዓማሣይ፣ ዘካርያስ፣ በናያስና አልዓዛር በእግዚአብሔር ታቦት ፊት መለከት ይነፉ ነበር። ዖቤድኤዶምና ይሒያ ደግሞ የታቦቱ በር ጠባቂዎች ነበሩ።

25ስለዚህ ዳዊት የእስራኤል ሽማግሌዎችና የሻለቃው አዛዦች የእግዚአብሔርን የቃል ኪዳኑን ታቦት ከዖቤድኤዶም ቤት በደስታ ለማምጣት ሄዱ። 26የእግዚአብሔርን የቃል ኪዳን ታቦት የተሸከሙትን ሌዋውያን እግዚአብሔር ረድቷቸው ስለ ነበር፣ ሰባት ኮርማዎችና ሰባት አውራ በጎች ሠዉ። 27ታቦቱን የተሸከሙት ሌዋውያን ሁሉ፣ መዘምራኑና የመዘምራኑ አለቃ ክናንያ የለበሱትን ዐይነት ከቀጭን በፍታ የተሠራ ልብስ ዳዊትም ለብሶ ነበር፤ እንዲሁም ከበፍታ የተሠራ ኤፉድ ለብሶ ነበር። 28በዚህ ሁኔታ መላው የእስራኤል ሕዝብ በሆታ ቀንደ መለከትና እንቢልታ እየነፉ፣ ጸናጽል እየጸነጸሉ፣ መሰንቆና በገና እየደረደሩ የእግዚአብሔርን የኪዳኑን ታቦት አመጡ።

29የእግዚአብሔር የኪዳኑ ታቦት ወደ ዳዊት ከተማ ሲገባ የሳኦል ልጅ ሜልኮል በመስኮት ሆና ተመለከተች፤ ንጉሡ ዳዊት ደስ ብሎት ሲያሸበሽብ አይታ በልቧ ናቀችው።

Hindi Contemporary Version

1 इतिहास 15:1-29

संदूक को येरूशलेम लाया जाना

1दावीद ने दावीद-नगर में अपने लिए भवन बना लिए. उन्होंने परमेश्वर के संदूक के लिए भी एक जगह तैयार की और उसके लिए शिविर खड़ा किया. 2तब दावीद ने आदेश दिया, “परमेश्वर के संदूक को लेवियों के अलावा और कोई न उठाए, क्योंकि याहवेह ने हमेशा के लिए याहवेह के संदूक को उठाने के लिए और अपनी सेवा के लिए उन्हें ही चुना है.”

3दावीद ने सारे इस्राएल को येरूशलेम में इकट्ठा किया कि याहवेह के संदूक को येरूशलेम में उनके द्वारा उसके लिए तैयार किए गए स्थान पर लाया जाए.

4दावीद ने अहरोन के इन पुत्रों और लेवियों को इकट्ठा किया:

5कोहाथ के पुत्रों में से उरीएल,

जो प्रधान था और उसके 120 रिश्तेदार;

6मेरारी के पुत्रों में से असाइयाह,

जो कि प्रधान था और उसके 220 संबंधी;

7गेरशोम के पुत्रों में से योएल,

जो प्रधान था और उसके 130 संबंधी;

8एलिज़ाफ़ान के पुत्रों में से, शेमायाह,

जो प्रधान था और उसके 200 संबंधी;

9हेब्रोन के पुत्रों में से,

एलिएल, जो प्रधान था और उसके 80 संबंधी;

10उज्ज़िएल के पुत्रों में से,

अम्मीनादाब, जो प्रधान था और उसके 112 भाइयों को.

11तब दावीद ने सादोक और अबीयाथर नामक पुरोहितों को और उरीएल असाइयाह, योएल, शेमायाह, एलिएल और अम्मीनादाब नामक लेवियों को बुलवाकर 12उन्हें संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी लेवी पितरों के गोत्रों के प्रधान हैं; आप लोग अपने आपको शुद्ध कीजिए-अपने आपको और अपने रिश्तेदारों, दोनों को, कि आप लोग याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर के संदूक को उस जगह पर ले आएं, जो मैंने उसके लिए तैयार किया है. 13पहली बार में आप लोगों ने इसको नहीं निभाया था, इसलिये याहवेह, हमारे परमेश्वर का क्रोध हम पर भड़क गया था. हमने व्यवस्था के अनुसार इसके उठाने के लिए उनकी इच्छा ही मालूम नहीं की थी.” 14तब पुरोहितों और लेवियों ने अपने आपको शुद्ध किया कि वे याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर के संदूक को ले आएं. 15इसलिये लेवी वंशजों ने परमेश्वर के संदूक को उसमें लगी बल्लियों के द्वारा उठाया, जैसा मोशेह द्वारा आदेश दिया गया था, जैसा याहवेह ने मोशेह को बताया था.

16दावीद ने लेवियों के प्रधानों को यह आदेश दे रखा था कि वे अपने गायक संबंधियों को चुनें कि वे बाजों के साथ और ऊंची आवाज की झांझ के साथ आनंद में गायें.

17इसलिये लेवियों ने इसके लिए इन लोगों चुना: योएल के पुत्र हेमान और उसके संबंधियों को, बेरेखियाह के पुत्र आसफ और मेरारी के पुत्रों में से उनके संबंधियों को, कुशायाह के पुत्र एथन को; 18उनके साथ उनके संबंधियों को, जो दूसरे पद में थे, ज़करयाह, बेन, जआत्सिएल, शेमिरामोथ येहिएल, उन्‍नी, एलियाब, बेनाइयाह, मआसेइयाह, मत्तीथियाह, एलिफेलेहू, मिकनेइया ओबेद-एदोम और येइएल को, जो द्वारपाल थे.

19संगीतकार हेमान, आसफ और एथन की जवाबदारी थी कांसे की झांझ को बजाना. 20ज़करयाह, आज़ेल, शेमिरामोथ, येहिएल, उन्‍नी, एलियाब मआसेइयाह और बेनाइयाह की जवाबदारी थी तन्तु वादन पर अलामोथ के अनुसार बजाना. 21किंतु मत्तीथियाह, एलिफेलेहू, मिकनेइया, ओबेद-एदोम, येइएल और अज़रियाह की जवाबदारी थी शेमिनिथ शैली में तन्तु वादन के अनुसार बजाना 22लेवियों का प्रधान केनानियाह सभी गानों का अधिकारी था. वह संगीत में कुशल था, इसलिये वह निर्देश दिया करता था.

23बेरेखियाह और एलकाना संदूक के लिए ठहराए गए द्वारपाल थे. 24शेबानियाहु, योशाफत, नेथानेल, आमासाई, ज़करयाह, बेनाइयाह और एलिएज़र, ये सभी पुरोहित थे. इनकी जवाबदारी थी परमेश्वर के संदूक के सामने तुरहियां बजाना. ओबेद-एदोम और येहियाह भी संदूक के लिए ठहराए गए द्वारपाल थे.

25इसलिये बहुत ही आनंद में भरकर दावीद, इस्राएल के पुरनिए और सहस्र पति ओबेद-एदोम के घर से याहवेह के संदूक को लाने के लिए गए. 26उन्होंने सात बछड़ों और सात मेढ़ों की बलि चढ़ाई क्योंकि याहवेह का संदूक उठानेवाले लेवियों को परमेश्वर द्वारा दी जा रही सहायता साफ़ ही थी. 27इस मौके पर दावीद ने उत्तम-उत्तम मलमल का बागा पहना हुआ था, जैसा कि संदूक उठानेवाले लेवियों ने और गायकों और गाने वालों को निर्देश देनेवाले केनानियाह ने भी. इसके अलावा दावीद मलमल का एफ़ोद भी पहने हुए थे. 28तब याहवेह की वाचा के संदूक को पूरे इस्राएल ने जय जयकार करते हुए, नरसिंगे, तुरही, झांझों और तन्तु वादनों के ऊंचे संगीत के आवाज के साथ लाया गया.

29जैसे ही याहवेह की वाचा का संदूक दावीद-नगर में आया, खिड़की से शाऊल की पुत्री मीखल ने खुशी में नृत्य करते राजा दावीद को देखा और मन ही मन वह दावीद को तुच्छ मानने लगी.