ኢያሱ 21 – NASV & HCV

New Amharic Standard Version

ኢያሱ 21:1-45

ለሌዋውያን የተመደቡ ከተሞች

21፥4-39 ተጓ ምብ – 1ዜና 6፥54-80

1የሌዋውያን ቤተ ሰብ አለቆች ወደ ካህኑ ወደ አልዓዛር፣ ወደ ነዌ ልጅ ወደ ኢያሱና ወደ ሌሎቹ የእስራኤል ነገድ አባቶች ዘንድ ቀረቡ፤ 2በከነዓን ምድር በሴሎም፣ “እግዚአብሔር የምንኖርባቸውን ከተሞች፣ ከብቶቻችን ከሚሰማሩባቸው ቦታዎች እንድትሰጡን በሙሴ በኩል አዝዞልን ነበር” አላቸው።

3ስለዚህ እስራኤላውያን ከወረሱት ምድር ላይ የሚከተሉትን ከተሞችና መሰማሪያዎች እግዚአብሔር ባዘዘው መሠረት ለሌዋውያኑ ሰጡ።

4የመጀመሪያው ዕጣ ለቀዓት ዘሮች በየጐሣቸው ወጣ፤ የካህኑ የአሮን ዝርያዎች ለሆኑት ሌዋውያን ከይሁዳ፣ ከስምዖንና ከብንያም ነገዶች ዐሥራ ሦስት ከተሞች በዕጣ ተመደቡላቸው።

5ለቀሩት ለቀዓት ዘሮች ደግሞ ከኤፍሬምና ከዳን ነገድ ጐሣዎች፣ እንዲሁም ከምናሴ ነገድ እኩሌታ ጐሣዎች ዐሥር ከተሞች በዕጣ ተመደቡላቸው።

6ለጌርሶን ዝርያዎች ከይሳኮር፣ ከአሴር፣ ከንፍታሌም ነገድ ጐሣዎችና ባሳን ውስጥ ካለው ከምናሴ ነገድ እኩሌታ ጐሣዎች ዐሥራ ሦስት ከተሞች ተመደቡላቸው።

7ለሜራሪ ዝርያዎች በየጐሣቸው ከሮቤል፣ ከጋድና ከዛብሎን ነገዶች ዐሥር ከተሞች ተመደቡላቸው።

8ስለዚህ እስራኤላውያን እግዚአብሔር በሙሴ በኩል ባዘዘው መሠረት፣ እነዚህን ከተሞችና መሰማሪያቸውን ለሌዋውያኑ በዕጣ መደቡላቸው።

9ከይሁዳና ከስምዖን ነገዶች ደግሞ ከዚህ በታች በስም የተጠቀሱትን ከተሞች በዕጣ መደቡላቸው። 10እነዚህም ከተሞች የሌዊ ልጆች፣ የቀዓት ጐሣዎች ለሆኑት ለአሮን ዝርያዎች ተመደቡ፤ ይህም የሆነው የመጀመሪያው ዕጣ ለእነርሱ ስለ ወጣላቸው ነበር፤

11እነርሱም በተራራማው የይሁዳ ምድር ያለችውን ኬብሮን የተባለችውን ቂርያት አርባቅን በዙሪያዋ ካለው መሰማሪያ ጋር ሰጧቸው፤ አርባቅ የዔናቅ አባት ነበረ። 12ይሁን እንጂ በከተማዪቱ ዙሪያ ያሉትን ዕርሻዎችና መንደሮች ለዮፎኒ ልጅ ለካሌብ ርስት አድርገው ሰጡት። 13እንደዚሁም ለነፍሰ ገዳይ መማጠኛ የሆነችውን ኬብሮንንና ልብናን ከነ ማሰማሪያቸው ለካህኑ ለአሮን ልጆች ሰጧቸው፤ 14ደግሞም የቲርን፣ ኤሽትሞዓን፣ 15ሖሎንን፣ ዳቤርን፣ 16ዐይንን፣ ዮጣንና ቤትሳሚስን ከነ ማሰማሪያቸው ሰጧቸው፤ እነዚህ ዘጠኙ ከተሞች ከሁሉ ነገዶች ይዞታ ላይ ተከፍለው የተሰጡ ናቸው።

17ከብንያም ነገድ፣

ገባዖን፣ ጌባዕ፣ 18ዓናቶትና አልሞን የተባሉትን አራት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው ሰጧቸው።

19ለካህናቱ ለአሮን ዝርያዎች ከነ ማሰማሪያቸው የተሰጧቸው ከተሞች ዐሥራ ሦስት ነበሩ።

20የሌዊ ልጅ የቀዓት ጐሣዎች ለሆኑት ለሌሎቹ ደግሞ ከኤፍሬም ነገድ ላይ ተከፍለው የሚከተሉት ከተሞች በዕጣ ተመደቡላቸው።

21በተራራማው በኤፍሬም ምድርም ለነፍሰ ገዳይ መማጠኛ የሆነችው ሴኬምና ጌዝር፣ 22ቂብጻይሞና ቤትሖሮን ከነ መሠማሪያዎቻቸው አራት ከተሞች ተሰጧቸው።

23እንዲሁም ከዳን ነገድ፣

ኤልተቄን፣ ገባቶን፤ 24ኤሎንና ጋትሪሞን ከነ መሰማሪያዎቻቸው አራት ከተሞች ተሰጧቸው።

25ከምናሴ ነገድ፣

እኩሌታ ደግሞ ታዕናክና ጋትሪሞን ከነ ማሰማሪያዎቻቸው ሁለት ከተሞች ተሰጧቸው።

26እነዚህ ዐሥር ከተሞች ሁሉ ከነ ማሰማሪያዎቻቸው ለተቀሩት የቀዓት ጐሣዎች ተሰጧቸው።

27የጌርሶን ወገኖች ለሆኑት ለሌሎቹ የሌዊ ጐሣዎች የተሰጧቸው የሚከተሉት ናቸው፤

ከምናሴ ነገድ እኩሌታ፣

በባሳን ውስጥ ለነፍሰ ገዳይ መማጠኛ የሆነችው ከተማ ጎላንና በኤሽትራ እነዚህ ሁለት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው፤

28ከይሳኮር ነገድ፣

ቂሶን፣ ዳብራት፣ 29የርሙትና ዐይን ጋኒም፣ እነዚህ አራት ከተሞች ከነመሰማሪያዎቻቸው፤

30ከአሴር ነገድ፣

ሚሽአል፣ ዓብዶን፣ 31ሔልቃትና ረአብ እነዚህ አራት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው፤

32ከንፍታሌም ነገድ፣

በገሊላ ውስጥ ለነፍሰ ገዳይ መማጠኛ የሆነችው ከተማ ቃዴስ፣ ሐሞትዶርና ቀርታን እነዚህ ሦስት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው፤

33ለጌድሶናውያን ጐሣዎች የተመደቡት ከተሞች ሁሉ ከነ መሰማሪያዎቻቸው ዐሥራ ሦስት ነበሩ።

34የሜራሪ ጐሣዎች ለሆኑት ለተቀሩት ሌዋውያን የተሰጧቸው የሚከተሉት ናቸው፤

ከዛብሎን ነገድ፣

ዮቅንዓም፣ ቀርታ፣ 35ዲሞናና ነህላል፣ እነዚህ አራት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው፤

36ከሮቤል ነገድ፣

ቦሶር፣ ያሀጽ፣ 37ቅዴሞትና ሜፍዓት፣ እነዚህ አራት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው፤

38ከጋድ ነገድ፣

በገለዓድ ውስጥ ለነፍሰ ገዳይ መማጠኛ የሆነችው ከተማ ራሞት መሃናይም፣ 39ሐሴቦንና ኢያዜር፣ እነዚህ አራት ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው፦

40የሜራሪ ጐሣዎች ለሆኑት ለተቀሩት ሌዋውያን የተመደቡት ከተሞች ሁሉ ዐሥራ ሁለት ነበሩ።

41እንግዲህ እስራኤላውያን ርስት አድርገው ከያዙት ምድር ለሌዋውያኑ የተሰጧቸው ከተሞች ከነ መሰማሪያዎቻቸው በአጠቃላይ አርባ ስምንት ነበሩ። 42እነዚህም ከተሞች እያንዳንዳቸው በዙሪያቸው መሰማሪያዎች ነበሯቸው፤ ማሰማሪያ የሌለው ከተማ አልነበረም።

43ስለዚህ እግዚአብሔር ለቀድሞ አባቶቻቸው ይሰጣቸው ዘንድ የማለላቸውን ምድር ሁሉ ለእስራኤል ሰጠ፤ እነርሱም ምድሪቱን ወረሱ፣ መኖሪያቸውም አደረጓት። 44እግዚአብሔር ለቀድሞ አባቶቻቸው እንደ ማለላቸው በዙሪያቸው ካሉት አሳረፋቸው፤ አንድም ጠላት ሊቋቋማቸው አልቻለም፤ እግዚአብሔር ጠላቶቻቸውን ሁሉ አሳልፎ በእጃቸው ሰጥቷቸዋልና። 45እግዚአብሔር ለእስራኤል ቤት ከሰጠው መልካም የተስፋ ቃል አንዳችም አልቀረም፤ ሁሉም ተፈጽሟል።

Hindi Contemporary Version

यहोशू 21:1-45

लेवियों के लिए नगर

1लेवी परिवारों के प्रमुख पुरोहित एलिएज़र, नून के पुत्र यहोशू तथा इस्राएली गोत्रों के मुखियों के पास गए. 2कनान देश के शीलो में उन्होंने उनसे यह बात कही, “मोशेह के द्वारा याहवेह ने हमसे कहा कि हमें हमारे निवास के लिए नगर दिया जाएगा. और इन नगरों के आस-पास हमारे पशुओं को चराने की जगह भी होगी.”

3तब इस्राएल वंश ने याहवेह के आदेश के अनुसार लेवियों को अपने हिस्से में से नगर दिये, जिनके आस-पास की चरागाह की भूमि भी थी.

4पहला नाम कोहाथ के परिवारों का आया, जो अहरोन वंश के लेवियों में से थे. यहूदाह, शिमओन तथा बिन्यामिन गोत्र को बांटी गई भूमि में से तेरह नगर उन्हें मिले.

5कोहाथ के कुछ लोगों को एफ्राईम, दान तथा मनश्शेह के आधे गोत्र की भूमि में से दस नगर मिले.

6गेरशोन वंश को इस्साखार, आशेर, नफताली गोत्रों की भूमि में से, तथा बाशान में मनश्शेह के आधे गोत्र की भूमि में से, कुल तेरह नगर मिले.

7मेरारी वंश को उनके परिवारों के अनुसार रियूबेन, गाद तथा ज़ेबुलून के गोत्रों से बारह नगर मिले.

8इस्राएलियों ने लेवियों को पशु चराने के लिए भी नगर दिए, जैसा मोशेह को याहवेह का आदेश था.

9उन्होंने कुछ नगर यहूदाह तथा शिमओन गोत्र के कुलों को दिए: 10ये अहरोन वंश, जो कोहाथियों के परिवारों में से लेवी वंश के थे, पहला नाम उन्हीं का आया था.

11तब उन्होंने उन्हें यहूदिया के पर्वतीय प्रदेश में उनके आस-पास के जगह चरागाह सहित किरयथ-अरबा नगर दे दिया—अरबा नामक व्यक्ति अनाक अर्थात् हेब्रोन का पिता था. 12परंतु नगर के खेत तथा इसके गांव उन्होंने येफुन्‍नेह के पुत्र कालेब को दे दिए, कि ये उनकी अपनी भूमि हो. 13उन्होंने अहरोन के वंशजों को ये नगर दिए: हेब्रोन (जो शरण शहर था), और लिबनाह, 14यत्तिर, एशतमोह, 15होलोन, दबीर, 16एइन, युताह और बेथ-शेमेश को उनके चराइयों के साथ ये नगर भी दे दिए गए इस प्रकार दो गोत्रों के हिस्से में से यह नौ नगर दिए गए,

17बिन्यामिन गोत्र से:

गिबयोन, गेबा, 18अनाथोथ आलमोन को चराइयों सहित चार नगर दिये गए.

19इस प्रकार अहरोन वंश के पुरोहितों के लिए कुल तेरह नगर उनके चराइयों सहित अलग कर दिए गए.

20तब कोहाथ वंश को, जो लेवी थे, तथा कोहाथ के बचे हुए पुरोहितों को एफ्राईम गोत्र से नगर दिये:

21उन्होंने इन्हें एफ्राईम के पर्वतीय प्रदेश से

शेकेम (जो मनुष्य के हत्यारे के लिए ठहराए शरण शहर) और गेज़ेर 22किबज़यिम तथा बेथ-होरोन और इसके चराइयों के साथ; चार नगर दिये.

23दान के गोत्र से:

एलतके, गिब्बथोन, 24अय्जालोन गथ-रिम्मोन; उनके चराइयों के साथ चार नगर दिये.

25मनश्शेह के आधे गोत्र में से:

उन्होंने उन्हें तानख और गथ-रिम्मोन; उनके चराइयों के साथ, दो नगर दिये.

26कोहाथ वंश के बचे हुए परिवारों को दस नगर चराइयों सहित दिए गए.

27गेरशोन वंश को, जो लेवी गोत्र से थे:

मनश्शेह के आधे गोत्र में से

बाशान का गोलान (जो हत्यारे के लिए निश्चित शरण शहर था) और उसके चराइयों सहित, बएशतरा उसके चराइयों सहित, दो नगर दिए.

28इस्साखार के गोत्र में से:

किशयोन, दाबरथ, 29यरमूथ और एन-गन्‍नीम उसके चराइयों सहित; चार नगर दिये.

30आशेर के गोत्र से:

मिशआल, अबदोन, 31हेलकथ तथा रेहोब उनके चराइयों सहित चार नगर दिए;

32नफताली गोत्र से:

उन्होंने उन्हें गलील में केदेश (जो हत्यारे के लिए निश्चित शरण शहर था), हम्मोथ-दोर तथा करतान; उनके चराइयों सहित तीन नगर दिये.

33उनके परिवारों के अनुसार गेरशोन वंश को कुल तेरह नगर, उनके चराइयों सहित दिये.

34मेरारी वंश के परिवारों को, जो लेवी गोत्र से बचे हुए थे:

उन्होंने ज़ेबुलून के गोत्र से:

योकनआम, करता, 35दिमना तथा नहलाल, सबको चराइयों सहित; चार नगर दे दिए.

36रियूबेन के गोत्र से:

उन्होंने उन्हें बेज़र, यहत्स, 37केदेमोथ तथा मेफाअथ उनके चराइयों सहित चार नगर दिए;

38गाद के गोत्र से:

उन्होंने उन्हें रामोथ-गिलआद (जो हत्यारे के लिए निश्चित शरण शहर था) उसके चराई के सहित, माहानाईम, 39हेशबोन तथा याज़र; उनके चराइयों सहित कुल चार नगर दिए.

40ये सभी नगर उनके परिवारों के अनुसार मेरारी वंश, और बचे हुए लेवियों के हो गए. उनके हिस्से में कुल बारह नगर आए.

41इस्राएल वंश के मध्य लेवियों के हिस्से में उनके चराइयों सहित अड़तालीस नगर आए. 42इन सभी नगरों के चारों और हरियाली थी; यह इन सभी नगरों के लिए सच था.

43याहवेह ने इस्राएल को वह पूरा देश दे दिया, जिसकी शपथ उन्होंने उनके पूर्वजों से की थी. 44उन्होंने इस देश पर अपना अधिकार कर लिया और वे इसमें रहने लगे. याहवेह द्वारा उन्हें चारों ओर से शान्तिपूर्ण वातावरण मिला—जैसी शपथ याहवेह ने उनके पूर्वजों से की थी. कोई भी शत्रु उनके सामने ठहर न सका—याहवेह ने सभी शत्रु उनके अधीन कर दिए. 45इस्राएल वंश से याहवेह द्वारा किया गया एक भी वायदा पूरा हुए बिना न रहा. सब वायदे याहवेह ने पूरे किए.