ማቴዎስ 22 – NASV & NCA

New Amharic Standard Version

ማቴዎስ 22:1-46

በሰርግ ድግስ ላይ የተጠሩ ሰዎች ምሳሌ

22፥2-14 ተጓ ምብ – ሉቃ 14፥16-24

1ኢየሱስም እንደ ገና እንዲህ የሚል ምሳሌ ነገራቸው፤ 2“መንግሥተ ሰማይ ለልጁ ሰርግ የደገሰን ንጉሥ ትመስላለች፤ 3ንጉሡም የተጋበዙትን ሰዎች እንዲጠሩ አገልጋዮቹን ላከ፤ እነርሱ ግን አንመጣም አሉ።

4“እንደ ገናም ሌሎች አገልጋዮች ልኮ፣ ‘የተጋበዙትን፣ እነሆ፣ በሬዎችንና የሠቡ ከብቶቼን ዐርጄ ድግሱን አዘጋጅቻለሁ፤ ሁሉም ነገር ዝግጁ ስለሆነ፣ ወደ ሰርጉ ኑ በሏቸው’ አለ።

5“ተጋባዦቹ ግን ጥሪውን ችላ ብለው፣ አንዱ ወደ ዕርሻው ሌላው ወደ ንግዱ ሄደ፤ 6የቀሩትም አገልጋዮቹን በመያዝ አጕላልተው ገደሏቸው። 7ንጉሡም በመቈጣት ሰራዊቱን ልኮ ገዳዮቻቸውን አጠፋ፤ ከተማቸውንም አቃጠለ።

8“ከዚያም አገልጋዮቹን እንዲህ አላቸው፤ ‘የሰርጉ ድግስ ዝግጁ ነው፤ ነገር ግን የተጋበዙት የሚገባቸው ሆነው ስላልተገኙ፣ 9ወደ መንገድ መተላለፊያ ወጥታችሁ ያገኛችሁትን ሁሉ ወደ ሰርጉ ድግስ ጥሩ።’ 10አገልጋዮቹም ወደ መንገድ ወጥተው ያገኙትን መልካሙንም ክፉውንም ሁሉ ሰብስበው የሰርጉን አዳራሽ በእንግዶች ሞሉት።

11“ንጉሡም የተጋበዙትን እንግዶች ለማየት ሲገባ፣ አንድ የሰርግ ልብስ ያልለበሰ ሰው አየ፤ 12እንዲህም አለው፤ ‘ወዳጄ ሆይ፤ የሰርግ ልብስ ሳትለብስ እንዴት እዚህ ልትገባ ቻልህ?’ ሰውየው ግን የሚመልሰው ቃል አልነበረውም።

13“ንጉሡም አገልጋዮቹን፣ ‘እጅና እግሩን አስራችሁ በውጭ ወዳለው ጨለማ አውጥታችሁ ጣሉት፤ በዚያ ልቅሶና ጥርስ ማፋጨት ይሆናል’ አላቸው፤ 14የተጠሩት ብዙዎች፣ የተመረጡት ግን ጥቂቶች ናቸውና።”

ግብር ስለ መክፈል

22፥15-22 ተጓ ምብ – ማር 12፥13-17ሉቃ 20፥20-26

15ከዚህ በኋላ ፈሪሳውያን ወጥተው በመሄድ በአፍ ዕላፊ እንዴት እንደሚያጠምዱት ተማከሩ። 16ደቀ መዛሙርታቸውን ከሄሮድስ ወገኖች ጋር ወደ እርሱ ልከው እንዲህ አሉት፤ “መምህር ሆይ፤ አንተ እውነተኛና የእግዚአብሔርንም መንገድ በእውነት የምታስተምር እንደ ሆንህ፣ ለማንም ሳታዳላ ሁሉን በእኩልነት እንደምትመለከት እናውቃለን፤ 17ንገረን፤ ምን ይመስልሃል? ለመሆኑ ለቄሣር ግብር መክፈል ይገባል ወይስ አይገባም?”

18ኢየሱስ ግን ተንኰላቸውን በመረዳት እንዲህ አላቸው፤ “እናንተ ግብዞች ለምን በነገር ልታጠምዱኝ ትሻላችሁ? 19ለግብር የሚከፈለውን ገንዘብ እስቲ አሳዩኝ።” እነርሱም አንድ ዲናር አመጡለት። 20እርሱም፣ “በዚህ ገንዘብ ላይ የሚታየው መልክ የማን ነው? ጽሕፈቱስ የማን ነው?” አላቸው።

21እነርሱም፣ “የቄሣር ነው” አሉት።

እርሱም መልሶ፣ “እንግዲያውስ የቄሣርን ለቄሣር፣ የእግዚአብሔርንም ለእግዚአብሔር ስጡ” አላቸው።

22ይህን ሲሰሙ ተደነቁ፤ ትተውትም ሄዱ።

ስለ ሙታን ትንሣኤ

22፥23-33 ተጓ ምብ – ማር 12፥18-27ሉቃ 20፥27-40

23የሙታን ትንሣኤ የለም ብለው የሚያምኑ ሰዱቃውያን በዚያኑ ቀን ወደ ኢየሱስ ቀርበው እንዲህ ብለው ጠየቁት፤ 24“መምህር ሆይ፤ ሙሴ፣ ‘አንድ ሰው ከሚስቱ ልጅ ሳይወልድ ቢሞት ወንድሙ የሟቹን ሚስት አግብቶ ለእርሱ ዘር ይተካለት’ ብሏል። 25በእኛ ዘንድ ሰባት ወንድማማቾች ነበሩ፤ የመጀመሪያው ሚስት አግብቶ ልጅ ሳይወልድ በመሞቱ፣ ሚስቱን ወንድሙ አገባት፤ 26እንደዚሁ ደግሞ ሁለተኛውም፣ ሦስተኛውም እስከ ሰባተኛው ድረስ በዚህ ሁኔታ ሞቱ። 27በመጨረሻ ሴትየዋ ራሷ ሞተች። 28ስለዚህ ሁሉም ስላገቧት በትንሣኤ ቀን ከሰባቱ ለየትኛው ሚስት ትሆናለች?”

29ኢየሱስም እንዲህ ብሎ መለሰ፤ “ቅዱሳት መጻሕፍትንና የእግዚአብሔርን ኀይል ስለማታውቁ ትስታላችሁ፤ 30ከትንሣኤ በኋላ ሰዎች እንደ ሰማይ መላእክት ይሆናሉ እንጂ አያገቡም፤ አይጋቡም። 31ስለ ሙታን ትንሣኤ ግን እግዚአብሔር እንዲህ ብሎ የተናገራችሁን አላነበባችሁምን? 32‘እኔ የአብርሃም አምላክ፣ የይስሐቅ አምላክ፣ የያዕቆብ አምላክ ነኝ።’ እግዚአብሔር የሕያዋን እንጂ የሙታን አምላክ አይደለም።”

33ሕዝቡም ይህን በሰሙ ጊዜ በትምህርቱ ተደነቁ።

ታላቁ ትእዛዝ

22፥34-40 ተጓ ምብ – ማር 12፥28-31

34ኢየሱስ ሰዱቃውያንን ዝም እንዳሰኛቸው ሰምተው፣ ፈሪሳውያን በአንድነት ተሰበሰቡ፤ 35ከእነርሱም አንድ የኦሪት ሕግ ዐዋቂ፣ ሊፈትነው ፈልጎ እንዲህ አለው፤ 36“መምህር ሆይ፤ ከሕግ ሁሉ የሚበልጠው የትኛው ትእዛዝ ነው?”

37እርሱም እንዲህ አለው፤ “ ‘ጌታ አምላክህን በፍጹም ልብህ፣ በፍጹም ነፍስህ፣ በፍጹም ሐሳብህ ውደድ፤’ 38ይህ የመጀመሪያውና ከሁሉ የሚበልጠው ትእዛዝ ነው፤ 39ሁለተኛውም ያንኑ ይመስላል፤ ይህም፣ ‘ጎረቤትህን እንደ ራስህ ውደድ’ የሚለው ነው፤ 40ሕግና ነቢያት በሙሉ በእነዚህ ሁለት ትእዛዞች ላይ የተንጠለጠሉ ናቸው።”

ክርስቶስ የማን ልጅ ነው?

22፥41-46 ተጓ ምብ – ማር 12፥35-37ሉቃ 20፥41-44

41ፈሪሳውያን ተሰብስበው ሳሉ ኢየሱስ፣ እንዲህ ሲል ጠየቃቸው፤ 42“ስለ ክርስቶስ22፥42 ወይም መሲሑ ምን ይመስላችኋል? የማንስ ልጅ ነው?”

እነርሱም፣ “የዳዊት ልጅ ነው” አሉት።

43እርሱም እንዲህ አላቸው፤ “ታዲያ፣ ዳዊት በመንፈስ ቅዱስ ኀይል ለምን ‘ጌታዬ’ ይለዋል? ለምንስ፣ እንዲህ ይለዋል?

44“ ‘እግዚአብሔር ጌታዬን፤

“ጠላቶችህን ከእግርህ በታች

እስካንበረከክልህ ድረስ፣

በቀኜ ተቀመጥ።” ’

45ስለዚህ ዳዊት፣ ‘ጌታዬ’ ብሎ ከጠራው፣ እንዴት ልጁ ሊሆን ይችላል?” 46አንድ ቃል ሊመልስለት የቻለ ወይም ከዚያን ቀን ጀምሮ ሊጠይቀው የደፈረ ማንም አልነበረም።

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)

मत्ती 22:1-46

बिहाव भोज के पटं‍तर

(लूका 14:15-24)

1यीसू ह फेर ओमन ले पटं‍तर म गोठियाय लगिस। ओह कहिस, 2“स्‍वरग के राज ह एक राजा के सहीं अय, जऊन ह अपन बेटा के बिहाव म एक जेवनार करिस। 3ओह अपन सेवकमन ला पठोईस कि ओमन नेवताहारीमन ला बिहाव-भोज बर बलाके लानंय, पर नेवताहारीमन आय बर नइं चाहिन।

4तब ओह कुछू अऊ सेवकमन ला ए कहिके पठोईस, ‘नेवताहारीमन ला कहव कि मेंह भोज तियार कर चुके हवंव। मोर बइला अऊ मोटहा-मोटहा पसु मन मारे गे हवंय, अऊ जम्मो चीज ह तियार हवय। बिहाव के भोज म आवव।’

5पर नेवताहारीमन राजा के नेवता ला धियान नइं दीन अऊ एती-ओती चल दीन – कोनो अपन खेत ला, त कोनो अपन धन्‍धा म। 6बाकि बचे नेवताहारीमन राजा के सेवकमन ला पकड़िन अऊ ओमन के संग गलत बरताव करिन अऊ ओमन ला मार डारिन। 7राज ह बहुंत गुस्सा करिस। ओह अपन सेना ला पठोईस अऊ ओ हतियारामन ला नास कर दीस अऊ ओमन के सहर ला जरा दीस।

8तब राजा ह अपन सेवकमन ला कहिस, ‘बिहाव भोज तो तियार हवय, पर नेवताहारीमन एकर लइक नो हंय। 9एकरसेति गली के चऊक म जावव अऊ तुमन ला जऊन मन घलो मिलथें, ओ जम्मो ला भोज के नेवता देवव।’ 10ओ सेवकमन गली म गीन अऊ ओमन ला बने या खराप जऊन ह घलो मिलिस, ओ जम्मो ला संकेल के ले आईन अऊ बिहाव के मड़वा ह पहुनामन ले भर गीस।

11पर जब राजा ह पहुनामन ला देखे बर भीतर आईस, त ओह उहां एक मनखे ला देखिस, जऊन ह बिहाव के पोसाक नइं पहिरे रहय। 12राजा ह ओकर ले पुछिस, ‘संगी, बिहाव के पोसाक पहिरे बिगर तेंह इहां कइसने आ गे।’ ओ मनखे ह कुछू कहे नइं सकिस।

13तब राजा ह सेवकमन ला कहिस, ‘एकर हांथ-गोड़ ला बांधव अऊ एला बाहिर अंधियार म फटिक दव, जिहां एह रोही अऊ अपन दांत पीसही।’

14काबरकि बलाय गय मनखे तो बहुंत हवंय, पर चुने गय मनखेमन थोरकन हवंय।”

रोमी महाराज ला लगान देवई

(मरकुस 12:13-17; लूका 20:20-26)

15तब फरीसीमन बाहिर जाके योजना बनाईन कि ओमन कइसने यीसू ला ओकरेच गोठ म फंसावंय। 16ओमन अपन चेलामन ला हेरोदीमन के संग यीसू करा ए पुछे बर पठोईन, “हे गुरू, हमन जानथन कि तेंह सच्‍चा अस अऊ तेंह सच्‍चई के संग परमेसर के रसता के सिकछा देथस। तेंह मनखेमन के बहकावा म नइं आवस, काबरकि तेंह मनखे के मुहूं देखके नइं गोठियावस। 17त हमन ला बता, तोर का बिचार हवय? रोमी महाराजा ला लगान देवई ठीक अय या नइं?”

18ओमन के दुस्‍टता ला जानके यीसू ह कहिस, “हे ढोंगी मनखेमन हो! तुमन काबर मोला फंसाय के कोसिस करत हव? 19मोला ओ सिक्‍का ला देखावव, जेकर उपयोग तुमन लगान पटाय बर करथव।” ओमन ओकर करा एक सिक्‍का लानिन। 20यीसू ह ओमन ले पुछिस, “एह काकर फोटो अऊ काकर नांव अय?”

21ओमन कहिन, “रोमी महाराजा के।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन ह रोमी महाराजा के अय, ओला रोमी महाराजा ला देवव अऊ जऊन ह परमेसर के अय, ओला परमेसर ला देवव।”

22एला सुनके, ओमन अचम्भो म पड़ गीन अऊ यीसू ला छोंड़के चल दीन।

पुनरजीवन अऊ सादी-बिहाव

(मरकुस 12:18-27; लूका 20:27-40)

23ओहीच दिन सदूकीमन यीसू करा आईन, जऊन मन ए कहिथंय कि मरे के बाद मनखे ह फेर नइं जी उठय। ओमन यीसू ले एक सवाल पुछिन, 24“हे गुरू, मूसा ह कहे हवय कि यदि कोनो मनखे ह बिगर संतान के मर जावय, त ओकर भाई ह ओ बिधवा ले बिहाव करय अऊ अपन भाई खातिर संतान पैदा करय22:24 ब्यवस्था 25:5-625हमर बीच म सात झन भाई रिहिन। पहिला ह बिहाव करिस, पर ओह बिगर संतान के मर गीस अऊ अपन घरवाली ला अपन भाई बर छोंड़ गीस। 26दूसरा अऊ तीसरा भाई ले लेके जम्मो सातों भाई के संग अइसनेच होईस। सातों के सातों भाई मर गीन। 27आखिरी म, ओ माईलोगन घलो मर गीस। 28तब मरे म ले जी उठे के बाद, ओह ओ सातों भाई म के काकर घरवाली होही? काबरकि ओ सातों झन ओकर ले बिहाव करे रिहिन।”

29यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “तुमन गलत समझत हव, काबरकि तुमन परमेसर के बचन या परमेसर के सामरथ ला नइं जानत हव। 30मरे म ले जी उठे के बाद, मनखेमन न तो बिहाव करहीं अऊ न ही ओमन ला बिहाव म दिये जाही। ओमन स्‍वरग म स्वरगदूतमन सहीं होहीं। 31मरे म ले जी उठे के बारे म परमेसर ह तुमन ला का कहे हवय – का तुमन नइं पढ़े हवव: 32‘मेंह अब्राहम के परमेसर, इसहाक के परमेसर अऊ याकूब के परमेसर अंव।’ ओह मरे मन के नइं, पर जीयत मन के परमेसर अय।”

33एला सुनके, भीड़ के मनखेमन यीसू के उपदेस ले चकित होईन।

सबले बड़े हुकूम

(मरकुस 12:28-34; लूका 10:25-28)

34जब फरीसीमन सुनिन कि यीसू ह सदूकीमन के मुहूं बंद कर दे हवय, त ओमन ह जुरिन। 35ओम ले एक झन, जऊन ह एक वकील रिहिस, यीसू ला परखे बर ए सवाल करिस, 36“हे गुरू, मूसा के कानून के मुताबिक सबले बड़े हुकूम कते ह अय?”

37यीसू ह ओला कहिस, “ ‘तेंह अपन परभू परमेसर ला अपन जम्मो हिरदय, अपन जम्मो परान अऊ अपन पूरा मन सहित मया कर।’22:37 ब्यवस्था 6:5 38एह पहिली अऊ सबले बड़े हुकूम अय। 39अऊ दूसरा हुकूम ए किसम ले अय, ‘तेंह अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।’22:39 लैब्यवस्था 19:18 40ए दूनों हुकूम जम्मो कानून अऊ अगमजानीमन के सिकछा के सार अंय।”

मसीह ह काकर बेटा अय?

(मरकुस 12:35-37; लूका 20:41-44)

41जब फरीसीमन उहां जुरे रिहिन, त यीसू ह ओमन ले पुछिस, 42“मसीह के बारे म, तुमन का सोचथव? ओह काकर बेटा अय?”

ओमन कहिन, “दाऊद के बेटा!”

43यीसू ह ओमन ला कहिस, “त फेर दाऊद ह पबितर आतमा म होके ओला ‘परभू’ काबर कहिथे? दाऊद ह कहिथे, 44‘परभू ह मोर परभू ले कहिस: मोर जेवनी हांथ अंग बईठ, जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ खाल्‍हे नइं कर देवंव।’ 45जब दाऊद ह ओला ‘परभू’ कहिथे, त फेर ओह दाऊद के बेटा कइसने हो सकथे?” 46कोनो ओला कुछू जबाब नइं दे सकिन, अऊ ओ दिन ले, कोनो ओकर ले अऊ कुछू सवाल पुछे के हिम्मत नइं करिन।