詩篇 13 – JCB & HCV

Japanese Contemporary Bible

詩篇 13:1-6

13

1主よ、いつまで私をお忘れなのですか。

まさか永久にではないでしょう。

こんなに困っているというのに、

いつまで顔をそむけておられるのですか。

2いつまで日々つきまとう苦悩に

耐えなければならないのでしょう。

いつまで敵が私に勝ち続けるのでしょう。

3教えてください。

ああ主よ、私の神よ。

私が死なないように、暗がりに光を投じてください。

4敵に、「あの者を倒した」と言わせないでください。

私が倒れたと言って、

彼らがほくそ笑んだりしませんように。

5私はいつも、主とその恵みによりすがり、

主の救いを喜びます。

6豊かな祝福を頂き、心から主に歌います。

Hindi Contemporary Version

स्तोत्र 13:1-6

स्तोत्र 13

संगीत निर्देशक के लिये. दावीद का एक स्तोत्र.

1कब तक, याहवेह? कब तक आप मुझे भुला रखेंगे, क्या सदा के लिए?

कब तक आप मुझसे अपना मुख छिपाए रहेंगे?

2कब तक मैं अपने मन को समझाता रहूं?

कब तक दिन-रात मेरा हृदय वेदना सहता रहेगा?

कब तक मेरे शत्रु मुझ पर प्रबल होते रहेंगे?

3याहवेह, मेरे परमेश्वर, मेरी ओर ध्यान दे मुझे उत्तर दीजिए.

मेरी आंखों को ज्योतिर्मय कीजिए, ऐसा न हो कि मैं मृत्यु की नींद में समा जाऊं,

4तब तो निःसंदेह मेरे शत्रु यह घोषणा करेंगे, “हमने उसे नाश कर दिया,”

ऐसा न हो कि मेरा लड़खड़ाना मेरे विरोधियों के लिए आनंद का विषय बन जाए.

5जहां तक मेरा संबंध है, याहवेह, मुझे आपके करुणा-प्रेम13:5 करुणा-प्रेम ख़ेसेद इस हिब्री शब्द के अर्थ में अनुग्रह, दया, प्रेम, करुणा ये सब शामिल हैं पर भरोसा है;

तब मेरा हृदय आपके द्वारा किए उद्धार में मगन होगा.

6मैं याहवेह का भजन गाऊंगा,

क्योंकि उन्होंने मुझ पर अनेकानेक उपकार किए हैं.