西番雅书 3 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible (Simplified)

西番雅书 3:1-20

耶路撒冷的败坏

1这叛逆、污秽、充满压迫的城有祸了!

2她不听命令,不受管教;

不倚靠耶和华,

不亲近她的上帝。

3她的首领是咆哮的狮子,

她的审判官是夜间的豺狼,

不留一点猎物到天明。

4她的先知是狂妄诡诈之徒,

她的祭司亵渎圣殿,违背律法。

5但城中的耶和华是公义的,

祂绝不做不义之事。

祂每天早晨伸张正义,从不间断。

然而,不义之人却不知羞耻。

6“我已消灭列国,

摧毁他们的城楼,

使他们的街道荒废,没有路人;

他们的城邑沦为废墟,杳无人迹,没有居民。

7我以为这城一定会敬畏我,接受管教,

这样我就不必照所定的毁灭她。

然而,他们却更加热衷于犯罪作恶。

8“因此,等着我吧,

等着我指控的那一天吧。

我已决定召集列国列邦,

向他们倾倒我的烈怒,

我的怒火必吞噬天下。

这是耶和华说的。

耶和华的拯救

9“那时,我必洁净万民的口,

以便他们可以求告我的名,

同心合意地事奉我。

10那些敬拜我的,

就是我那些分散的子民必从古实河对岸带着供物来献给我。

11到那天,你必不再因背叛我而感到羞愧,

因为那时我必除掉你那里狂妄自大的人,

你在我的圣山上必不再高傲。

12我必把谦卑贫苦的人留在你那里,

他们必投靠在我耶和华的名下。

13以色列的余民必不再作恶,

撒谎或出诡诈之言。

他们吃喝躺卧,无人惊扰。”

欢乐之歌

14锡安3:14 ”希伯来文是“女子”,可能是对锡安的昵称。啊,歌唱吧!

以色列啊,欢呼吧!

耶路撒冷城啊,尽情地欢喜快乐吧!

15耶和华已经撤销对你的刑罚,

赶走你的仇敌,

以色列的王耶和华与你同在,

你必不再惧怕灾祸。

16到那天,耶路撒冷必听到这样的话:

锡安啊,不要害怕!不要双手发软!

17你的上帝耶和华与你同在,

祂是大能的拯救者,

祂必因你而欢喜快乐,欢然歌唱,

用祂的爱安慰你。”

18“我必招聚你那里因不能守节期而忧愁的人,

使你不再蒙受羞辱。

19看啊,那时我必惩罚所有欺压你的人,

拯救瘸腿的,召回分散的,

使他们的羞辱化为尊荣,声名远播。

20那时,我必招聚你们,带你们回到故土。

你们回到故土后,

我必使你们在天下万民中声名远播,得到尊荣。”

这是耶和华说的。

Hindi Contemporary Version

जेफ़नयाह 3:1-20

येरूशलेम

1उस शहर पर हाय, जो दुःख देनेवाला

विद्रोही और गंदा है!

2वह न तो किसी की बात को मानता है.

और न ही किसी के सुझाव को स्वीकार करता है.

वह याहवेह पर भरोसा नहीं करता,

वह अपने परमेश्वर के पास नहीं जाता.

3उसके अधिकारी उसमें

गरजनेवाले सिंह;

और उसके शासक संध्या के समय शिकार करनेवाले भेड़ियों के जैसे हैं,

जो सुबह तक के लिये कुछ नहीं बचाते.

4उसके भविष्यवक्ता अनैतिक हैं;

वे विश्वासघाती लोग हैं.

उसके पुरोहित पवित्र स्थान को अपवित्र करते हैं;

और वे कानून को तोड़ते हैं.

5याहवेह उसके बीच धर्मी हैं;

वे कोई गलत काम नहीं करते.

वे हर दिन प्रातः अपना न्याय प्रगट करते हैं,

और किसी भी दिन वे असफल नहीं होते हैं,

फिर भी अधर्मी लज्जित नहीं होते.

येरूशलेम के लोग हठी बने रहते हैं

6“मैंने जाति-जाति के लोगों को नाश किया है;

उनके गढ़ ढहा दिये गये हैं.

मैंने उनकी गलियों को विरान छोड़ दिया है,

और उन गलियों से होकर कोई भी नहीं जाता.

उनके शहर उजड़ गये हैं;

वे त्याग दिये गये और खाली हैं.

7येरूशलेम के बारे में मेरा विचार था,

‘निश्चय ही तुम मेरा भय मानोगे

और मेरा सुझाव स्वीकार करोगे!’

तब उसके शरण स्थल न तो नाश किए जाते,

और न ही मेरा कोई दंड उनके ऊपर आता.

किंतु वे अपने सब कामों में

और भी उत्सुकता से बुरे काम करने लगे.

8इसलिये याहवेह की यह घोषणा है,

मेरे लिये उस दिन का इंतजार करो,

जब मैं गवाही देने के लिये खड़ा होऊंगा.

मैंने निश्चय किया है कि मैं जाति-जाति के लोगों,

और राज्य-राज्य के लोगों को इकट्ठा करूंगा,

ताकि मैं उन पर अपना कोप प्रगट कर सकूं—

मेरा पूरा भयंकर क्रोध.

मेरी ईर्ष्या के क्रोध की आग से

सारा संसार जलकर नष्ट हो जाएगा.

इस्राएल के बचे भाग का संभाला जाना

9“तब मैं लोगों के होंठों को शुद्ध करूंगा,

कि वे सब याहवेह को पुकारें

और कंधे से कंधा मिलाकर उनकी सेवा करें.

10कूश की नदियों के पार से

मेरी आराधना करनेवाले, मेरे बिखरे लोग,

मेरे लिये भेंटें लेकर आएंगे.

11हे येरूशलेम, उस दिन, तुम्हें मेरे विरुद्ध किए गये

बुरे कामों के लिये लज्जित नहीं किया जाएगा,

क्योंकि मैं तुम्हारे बीच से

तुम्हारे ढीठ अहंकारी लोगों को निकाल दूंगा.

और तुम मेरे पवित्र पहाड़ी पर

फिर कभी घमंड न करोगे.

12पर मैं तुम्हारे बीच

सिर्फ नम्र और दीन लोगों को रहने दूंगा.

इस्राएल के बचे हुए लोग

याहवेह के नाम पर भरोसा करेंगे.

13इस्राएल के बचे हुए लोग कोई गलत काम नहीं करेंगे;

वे झूठ नहीं बोलेंगे.

उनके मुंह से

कोई छल की बात नहीं निकलेगी.

वे खाकर आराम करेंगे

और कोई उन्हें नहीं डराएगा.”

14हे बेटी ज़ियोन, गा;

हे इस्राएल, जय जयकार कर!

हे बेटी येरूशलेम!

खुश रह और अपने पूरे हृदय से आनंद मना.

15याहवेह ने तुम्हारे दंड को दूर कर दिया है,

उन्होंने तुम्हारे शत्रुओं को हटा दिया है.

याहवेह, इस्राएल के राजा तुम्हारे साथ हैं;

अब तुम्हें कभी कोई हानि नहीं होगी.

16उस दिन

वे येरूशलेम से कहेंगे,

“हे ज़ियोन, मत डर;

तुम्हारे हाथ दुर्बल न होने पाएं.

17याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हारे साथ हैं,

वह पराक्रमी योद्धा है, जो तुम्हें बचाता है.

तुम उनके आनंद का विषय होगे;

अपने प्रेम में वह तुम्हें फिर कभी नहीं डांटेंगे,

पर तुम्हारे कारण वे गीत गाकर आनंदित होंगे.”

18“जो लोग तुम्हारे ठहराये पर्वों में सम्मिलित न हो पाने के कारण खेदित रहते हैं,

मैं उन सबको तुम्हारे बीच से हटा दूंगा,

जो तुम्हारे लिए एक बोझ और कलंक है.

19उस समय मैं उन सबसे लेखा लूंगा

जिन्होंने तुम्हें दुःख दिया है.

मैं लंगड़े को बचाऊंगा;

मैं निकाले गये लोगों को इकट्ठा करूंगा.

मैं उन्हें हर उस देश में महिमा और आदर दूंगा

जहां उन्हें लज्जित होना पड़ा है.

20उस समय मैं तुम्हें इकट्ठा करूंगा.

उस समय मैं तुम्हें घर ले आऊंगा.

मैं सारी पृथ्वी के लोगों के बीच

तुम्हें आदर और महिमा दूंगा

जब मैं तुम्हें तुम्हारी आंखों के सामने

तुम्हारे खुशहाल जीवन को लौटा लाऊंगा,”

याहवेह का यह कहना है.