民数记 27 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible (Simplified)

民数记 27:1-23

女儿的继承权

1西罗非哈约瑟之子玛拿西的玄孙、玛吉的曾孙、基列的孙子、希弗的儿子。他的女儿是玛拉挪阿曷拉密迦得撒。她们前来, 2站在会幕门口对摩西以利亚撒祭司、众首领和全体会众说: 3“我们的父亲死在旷野,他并没有跟可拉一伙一起反叛耶和华,而是因自己的罪而死,没有留下儿子。 4难道因为他没有儿子,他的名字就要从族中消失吗?请让我们在父亲的家族中分一份产业吧。” 5摩西就把她们的请求呈到耶和华面前。 6耶和华对摩西说: 7西罗非哈的女儿说得有理。你要从她们父亲的家族中分一份产业给她们,让她们继承父亲的产业。 8你要告诉以色列人,‘人死后如果没有儿子,就由女儿继承产业; 9如果没有女儿,就由其兄弟继承; 10如果没有兄弟,就由其父的兄弟继承; 11如果其父没有兄弟,就由其族中最近的亲属继承。’”这是耶和华吩咐摩西颁布给以色列人的律例。

约书亚接替摩西做首领

12耶和华对摩西说:“你上亚巴琳山去眺望我赐给以色列人的土地。 13看了以后,你就要像你哥哥亚伦一样去祖先那里了。 14因为会众在旷野反叛我的时候,你们二人没有按照我的指示取水,没有在他们面前尊我为圣。”耶和华指的是米利巴泉事件,发生在旷野的加低斯15摩西对耶和华说: 16“耶和华啊,你是赐人生命的上帝,求你立一个人做会众的首领, 17带领他们或进或退,免得你的会众像没有牧人的羊群。” 18耶和华对摩西说:“的儿子约书亚心里有圣灵,你把他召来,按手在他身上, 19让他站在以利亚撒祭司和全体会众面前,当着他们的面任命他做首领, 20把你的权柄赐给他,使以色列全体会众都听从他。 21遇到事情,他要去以利亚撒祭司那里,让祭司借着乌陵为他求问我。他和全体会众或进或出都要听从以利亚撒的指示。” 22摩西遵命而行,把约书亚召来,让他站在以利亚撒祭司和全体会众面前, 23然后照耶和华的吩咐按手在他的头上,任命他做首领。

Hindi Contemporary Version

गणना 27:1-23

उत्तराधिकार से संबंधित एक विधि

1तब योसेफ़ के पुत्र मनश्शेह के परिवार से माखीर के पुत्र गिलआद के पुत्र हेफेर के पुत्र ज़लोफेहाद की पुत्रियां, जिनके नाम महलाह, नोहा, होगलाह, मिलकाह तथा तिरज़ाह थे, 2मोशेह, एलिएज़र तथा प्रधानों एवं सारी सभा की उपस्थिति में मिलनवाले तंबू के द्वार पर एकत्र हुईं. उन्होंने यह विनती की, 3“हमारे पिता की मृत्यु तो बंजर भूमि में ही हो चुकी थी. वह उनमें शामिल नहीं थे, जो कोराह के साथ मिलकर याहवेह के विरुद्ध हो गए थे, उनकी मृत्यु उन्हीं के पाप में हो गई. उनके कोई पुत्र न था. 4उनके कोई पुत्र न होने के कारण भला उनके परिवार में से उनका नाम क्यों मिट जाए? कृपया हमारे भाइयों के बीच में से हमें एक भाग दिया जाए.”

5फिर मोशेह ने यह विषय याहवेह के सामने रख दिया, 6तब याहवेह ने मोशेह को यह उत्तर दिया, 7“ज़लोफेहाद की पुत्रियों ने सुसंगत विषय प्रस्तुत किए हैं. ज़रूरी है कि तुम उन्हें उनके पिता के भाइयों के बीच में एक मीरास का अंश प्रदान करो. तुम उनके पिता की मीरास उनके नाम लिख दोगे.

8“तुम इस्राएल के घराने को यह भी सूचित करोगे, ‘यदि किसी ऐसे व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, जिसके कोई पुत्र ही नहीं है, तब उसकी मीरास उसकी पुत्री के नाम कर देना. 9यदि उसके कोई पुत्री भी न हो, तब तुम उसकी मीरास उसके भाइयों के नाम कर दोगे. 10यदि उसके कोई भाई भी नहीं हो, तब तुम उसके पिता के भाइयों को उसकी मीरास प्रदान कर दोगे. 11यदि उसके पिता के कोई भाई भी न हो, तब तुम उसकी मीरास उसके परिवार में उसके ही निकटतम संबंधी को प्रदान कर दोगे, वह मीरास उसकी हो जाएगी. यह इस्राएल के घराने के लिए न्याय की विधि होगी, ठीक जैसा आदेश याहवेह द्वारा मोशेह को दिया गया था.’ ”

मोशेह का उत्तरवर्ती योशुआ

12इसके बाद याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, “तुम इस अबारिम पर्वत पर जाओ और उस देश पर दृष्टि डाल लो, जो मैंने इस्राएल के घराने को दे दिया है. 13जब तुम इस देश को देख लोगे, तुम भी अपने भाई अहरोन के समान अपने लोगों में मिला लिए जाओगे, 14इसलिये, कि तुमने ज़िन के निर्जन प्रदेश में उस सोते के पास सारी सभा के सामने उनके द्वारा पैदा की गई विद्रोह की स्थिति में मेरी पवित्रता को प्रतिष्ठित करने के मेरे आदेश के विपरीत तुमने काम किया था.” (कादेश के ज़िन के निर्जन प्रदेश में यही था वह मेरिबाह का सोता.)

15फिर मोशेह ने याहवेह से विनती की, 16“सभी मनुष्यों की आत्माओं के परमेश्वर, याहवेह, इस सभा के लिए एक अगुए को नियुक्त कर दें. 17वही उनके हक में सही रहेगा. वही उनका अगुआ होकर इस देश में प्रवेश करवाएगा, जिससे याहवेह की प्रजा की स्थिति वैसी न हो जाए, जैसी बिना चरवाहे की भेड़-बकरियों की हो जाती है.”

18मोशेह के लिए याहवेह का उत्तर यह था, “नून के पुत्र यहोशू पर अपना हाथ रख दो-वह एक ऐसा व्यक्ति है, जिसमें पवित्र आत्मा का वास है. 19उसे पुरोहित एलिएज़र तथा सारी सभा के सामने खड़ा करना और उन सबके सामने उसे नियुक्त करना. 20अपने अधिकार का एक भाग तुम उस पर दे देना, कि इस्राएल के घराने की सारी सभा में उसके प्रति आज्ञाकारिता की भावना भर जाए. 21इसके अलावा, वह पुरोहित एलिएज़र पर निर्भर रहेगा, कि एलिएज़र उरीम के द्वारा उसके लिए याहवेह की इच्छा मालूम किया करेगा. उसी के आदेश पर वे कूच करेंगे, उसी की आज्ञा पर वे प्रवेश कर सकेंगे, दोनों ही स्वयं वह तथा इस्राएली, अर्थात् सारी सभा.”

22मोशेह ने याहवेह की आज्ञा का पूरा-पूरा पालन किया. उन्होंने यहोशू को अपने साथ ले जाकर पुरोहित एलिएज़र तथा सारी सभा के सामने खड़ा कर दिया. 23तब मोशेह ने योशुआ पर अपने हाथ रखे और उसे उत्तराधिकारी नियुक्त किया, ठीक जैसी आज्ञा उन्हें याहवेह से प्राप्‍त हुई थी.